India News (इंडिया न्यूज),mahajumbh 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि महाकुंभ में प्रत्येक तीर्थयात्री और पर्यटक की सुरक्षा और सुविधा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा है कि भारतीय हो या विदेशी, एनआरआई हो या प्रयागराज का निवासी, महाकुंभ में बिना किसी भेदभाव के सभी की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना हम सबकी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ के दौरान आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा, अग्निशमन, घाट सुरक्षा और आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था को और मजबूत किए जाने की जरूरत है। सभी सुरक्षा एजेंसियों को 24 घंटे सक्रिय रहना होगा।
मुख्यमंत्री ने इंटेलिजेंस को और मजबूत किए जाने पर जोर देते हुए महाकुंभ के दौरान एंटी ड्रोन सिस्टम के प्रभावी इस्तेमाल के निर्देश भी दिए हैं। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने कहा है कि महाकुंभ की थीम पर चल रही फर्जी वेबसाइट और एप की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही आम जनता को इस बारे में जागरूक किए जाने की भी जरूरत है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि कुछ अराजक संगठन/व्यक्ति महाकुंभ के नाम पर धोखाधड़ी कर धन उगाही करने का दुस्साहस कर रहे हैं, पुलिस ऐसे लोगों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करे।
महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करने मंगलवार को प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री ने एक-एक कर सभी विभागों से उनके कार्यों की प्रगति का ब्यौरा लिया। मुख्यमंत्री ने सभी रेहड़ी-पटरी वालों, ऑटो रिक्शा चालकों, ई-रिक्शा चालकों का पुलिस सत्यापन शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही प्रयागराज की ओर आने वाले सभी अंतरजनपदीय मार्गों पर यातायात प्रबंधन की व्यवस्थित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया पर फर्जी खबरों पर सख्ती से अंकुश लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति और परंपरा से चिढ़ने वाले लोग महाकुंभ के बारे में गलत सूचनाएं फैला रहे हैं, उन्हें उचित जवाब दिया जाना चाहिए।
मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने मुख्यमंत्री को बताया कि सभी पूज्य अखाड़ों, महामंडलेश्वर, खालसा, दंडीबाड़ा, खाकचौक व अन्य संस्थाओं को भूमि आवंटन का कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि प्रयागवाल व अन्य नई संस्थाओं को आवंटन का कार्य चल रहा है। सभी की जरूरत के अनुसार संसाधन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि पूज्य अखाड़ों, साधु-संतों की भावनाओं का समुचित सम्मान किया जाना चाहिए। मेला प्रबंधन से जुड़े अधिकारी संतों से निरंतर संपर्क व संवाद बनाए रखें।
मुख्यमंत्री ने अगले तीन दिन में अरैल क्षेत्र में नया स्नान घाट तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ में करीब 550 शटल बसें चलाई जानी हैं, इन्हें 05 जनवरी से संचालित किया जाए। किसी भी ड्राइवर/कंडक्टर को लगातार 08 घंटे से अधिक ड्यूटी न दी जाए। इसके अलावा दिव्यांगों, बुजुर्गों व महिलाओं के आवागमन के लिए भी अतिरिक्त व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सभी 6 प्रमुख स्नान पर्वों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी, इस सम्बन्ध में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।