Written By: Ajeet Singh
PUBLISHED BY: Ashish kumar Rai • LAST UPDATED : December 24, 2024, 5:54 pm ISTसंबंधित खबरें
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India News (इंडिया न्यूज),UP Politics: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंबेडकर विवाद को लेकर कांग्रेस पर पलटवार किया है। सीएम योगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल बाबा साहब भीम राव अंबेडकर को लेकर अनैतिक व्यवहार कर रहे हैं और भ्रम फैला रहे हैं। बाबा साहब का बहुत बड़ा योगदान है। बाबा साहब संविधान के निर्माता थे और हर भारतीय उनका सम्मान करता है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी ने अंबेडकर के सपनों पर काम किया है। इस दौरान सीएम योगी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और पूछा कि क्या संसद परिसर में सांसदों पर हमला करना संवैधानिक आचरण माना जाएगा?
कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भारत के दलितों का अपमान किया है और तुष्टिकरण के आधार पर उन्हें विभाजित किया है। उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि नेहरू नहीं चाहते थे कि बाबा साहब संविधान सभा का हिस्सा बनें। महात्मा गांधी के हस्तक्षेप के बाद यह संभव हुआ। 1952 में पहले चुनाव में बाबा साहब को हराने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार थी। पंडित नेहरू बाबा साहब को हराने के लिए प्रचार करने गए थे। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि बाबा साहब संसद में जाएं और दलितों की आवाज उठाएं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न सिर्फ बाबा साहब को हराने का काम किया बल्कि बाबा साहब के करीबियों को तोड़कर उनके खिलाफ लड़ाने का काम किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाबा साहब का स्मारक नहीं बनने दिया। कांग्रेस ने बाबा साहब को पद्म पुरस्कार नहीं दिया। उन्हें भारत रत्न तब मिला जब भाजपा केंद्र सरकार का समर्थन कर रही थी। बाबा साहब ने सत्र के दौरान इस्तीफा दिया लेकिन नियमों को दरकिनार कर उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया। नेहरू दलितों को नहीं बल्कि मुसलमानों को अधिकार देना चाहते थे। यही बाबा साहब का दर्द था।
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस से प्रधानमंत्री बने नेता भी कहते थे कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है। जो हाल कांग्रेस का रहा है, वही परिपाटी सपा ने भी अपनाई है। 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कहा था कि लखनऊ में सामाजिक न्याय से जुड़े स्मारकों को तोड़ दिया जाएगा। कन्नौज में बाबा साहब के नाम पर बने अस्पताल से उनका नाम हटा दिया गया। इसी तरह कई अन्य जगहों से भी बाबा साहब का नाम हटा दिया गया। ये पार्टियां समाज को बांटने की राजनीति करना चाहती हैं।
राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए भाषण को लेकर उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के बयान को अधूरे ढंग से पेश कर समाज को गुमराह किया जा रहा है। विपक्ष द्वारा यह शरारत की जा रही है। वे अभी भी दलितों और वंचितों के खिलाफ अपनी भावनाओं के आधार पर काम कर रहे हैं। भाजपा सरकार ने यूपी के हर सरकारी दफ्तर में बाबा साहब की तस्वीर लगाने का काम किया है। दलित समाज से आने वाले व्यक्ति को राष्ट्रपति बनाने का काम भी भाजपा ने किया है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष ने गृह मंत्री के बयान को लेकर गलतफहमी पैदा करने का काम किया है। हम कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछेंगे कि क्या संसद परिसर में सांसदों पर हमला करना संवैधानिक आचरण माना जाएगा?
उन्होंने कहा कि भाजपा के दो सांसद घायल हुए हैं। कांग्रेस बुजुर्गों के साथ मारपीट और धक्का-मुक्की को संवैधानिक बनाने की कोशिश कर रही है। क्या महिलाओं के पक्ष में बिल का विरोध करना संवैधानिक है? कांग्रेस और सपा को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। वे अपने कुकृत्यों को छिपाने और समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री अंबेडकर के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस के आरोपों का जवाब दे रहे हैं। बीजेपी लगातार इस मुद्दे को उठा रही है और कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रही है।
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