Hindi News / Uttarakhand / Uttarakhand Crime Crores Of Rupees Were Defrauded Through Dubai App This Mastermind Was Sitting In Uttarakhand Policemen Along With Common People Also Became Victims

Uttarakhand Crime: दुबई के ऐप से हुई करोड़ों की ठगी, उत्तराखंड में बैठा था ये मास्टरमइंड, आम लोग समेत पुलिसकर्मी भी बने शिकार

India News (इंडिया न्यूज), Uttarakhand Crime: उत्तराखंड में बोट ब्रो टीएलसी नामक दुबई संचालित ऐप के जरिए करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। इस ठगी की चपेट में आम नागरिकों के साथ-साथ उत्तराखंड पुलिस के कई कर्मचारी भी आ गए हैं। इस घोटाले की जांच पहले उत्तर प्रदेश पुलिस कर रही थी, लेकिन […]

BY: Shruti Chaudhary • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

India News (इंडिया न्यूज), Uttarakhand Crime: उत्तराखंड में बोट ब्रो टीएलसी नामक दुबई संचालित ऐप के जरिए करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। इस ठगी की चपेट में आम नागरिकों के साथ-साथ उत्तराखंड पुलिस के कई कर्मचारी भी आ गए हैं। इस घोटाले की जांच पहले उत्तर प्रदेश पुलिस कर रही थी, लेकिन मामला बढ़ने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इसे अपने हाथ में ले लिया। जांच के दौरान पता चला कि उत्तराखंड में इस गिरोह का संचालन नवीन नेगी नामक व्यक्ति कर रहा था।

कैसे हुई ठगी?

इस गिरोह ने बोट ब्रो टीएलसी ऐप के जरिए निवेशकों को बड़े रिटर्न का झांसा दिया। शुरुआत में निवेश करने वाले लोगों को कुछ किश्तें देकर भरोसा जीत लिया गया। जब निवेशकों ने अधिक पैसे लगाए और मुनाफा निकालने की कोशिश की, तो उनका संपर्क ऐप से कट गया।

उत्तराखंड में मदरसों पर कार्रवाई का विरोध, जमीयत उलेमा-ए-हिंद पहुंचे सुप्रीम कोर्ट, सरकार पर लगाए ये कैसे आरोप

Uttarakhand Crime

‘ऐसे में हिंदू…’ मस्जिद के सामने महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने पर विवाद, मुस्लिम समुदाय ने जताई आपत्ति

उत्तराखंड में गिरोह का नेटवर्क

उत्तराखंड में इस घोटाले का संचालन नवीन नेगी कर रहा था, जिसने कई निवेशकों को इस फर्जी ऐप से जोड़ा और उनकी रकम ठग ली। ईडी की टीम ने इस मामले में कई महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटा लिए हैं और जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी संभव है।

पुलिसकर्मी भी बने ठगी का शिकार

इस घोटाले की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उत्तराखंड पुलिस के कई कर्मचारी भी इस जालसाजी में फंस गए। उन्होंने बेहतर रिटर्न की उम्मीद में इसमें पैसे लगाए। शुरुआत में उन्हें कुछ लाभ भी मिला, लेकिन बाद में जब उन्होंने अधिक पैसा निकासी करनी चाही, तो ऐप का संपर्क खत्म हो गया। हालांकि, अभी तक उत्तराखंड में इस घोटाले को लेकर कोई आधिकारिक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।

मुजफ्फरनगर से जुड़े हैं मास्टरमाइंड

जांच में सामने आया है कि इस घोटाले के मुख्य सरगना मुजफ्फरनगर के लविश चौधरी और नवाब हैं। लविश ने 2023 में अमेरिका के मियामी बीच में “वाईएफएक्स बोट ब्रो टीएलसी” कंपनी का पंजीकरण कराया था। इस कंपनी के जरिए डॉलर में निवेश कराया जाता था और ट्रेडिंग एआई (AI Trading) के माध्यम से पैसे घुमाए जाते थे। लविश करोड़ों की संपत्ति बनाने के बाद दुबई भाग गया, जबकि नवाब भारत में रहकर गिरोह का संचालन कर रहा है।

ईडी की जांच जारी

ईडी ने इस घोटाले की जांच तेज कर दी है और जल्द ही इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है। उत्तराखंड के निवेशकों को सतर्क रहने और किसी भी प्रकार के संदेहास्पद ऐप में निवेश न करने की सलाह दी गई है।

Teacher News: उत्तराखंड शिक्षा विभाग में लापरवाह कर्मचारियों पर गिरी गाज, अनुपस्थित 40 कर्मचारियों पर होगी सख्त कार्रवाई

Tags:

uttarakhand crime
Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

Advertisement · Scroll to continue