India News (इंडिया न्यूज़),Fish Aquarium: वास्तु और फेंगशुई का चलन दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण आम लोग सुख, शांति और समृद्धि के लिए छोटे-छोटे उपायों के तौर पर घर में वास्तु यंत्र आदि स्थापित करने लगे हैं। वैसे तो ज्योतिष, वास्तु और फेंगशुई में कई उपाय उपलब्ध हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अपने घर में सही दिशा में कांच का एक्वेरियम रखकर सुख-समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं वास्तु और फेंगशुई के अनुसार एक्वेरियम किस दिशा में रखना चाहिए और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
किसी महत्वपूर्ण कार्य पर जाते समय पानी से भरे बर्तन में रखी मछलियों को देखना विशेष रूप से शुभ होता है क्योंकि मछली मत्स्य अवतार की श्रेणी में आती है जो भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से एक है। सुबह उठकर हथेलियों के दर्शन करने के बाद भूमि वंदना के बाद जल पात्र या एक्वेरियम में रखी मछलियों को देखने से पूरा दिन शुभ रहता है।
यदि कोई संकट में है तो उसे भोजपत्र पर अनार की कलम और अष्टगंध की स्याही से राम-राम लिखकर आटे की गोली में लपेटकर लगातार 41 दिन तक मछलियों को खिलाना चाहिए, विघ्न बाधाएं दुम दबाकर भाग जाएंगी।
वास्तु शास्त्र के अनुसार एक्वेरियम में कम से कम नौ मछलियां होनी चाहिए। वहाँ 8 सुनहरी मछलियाँ और 1 काली मछली होनी चाहिए। काली मछली शनि का प्रतीक है, जो आपके घर को परेशानियों से बचाती है। अक्सर देखा जाता है कि जब घर में कलह या क्लेश होता है तो सबसे पहले काली मछली मरती है। काली मछली को मास्टर फिश भी कहा जाता है जो एक्वेरियम के पानी को साफ और स्वच्छ रखने में अहम भूमिका निभाती है।
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