India News (इंडिया न्यूज़), Diwali Puja Tips, दिल्ली: 12 नवंबर 2023 को पूरे देश में दिवाली का त्यौहार मनाया जा रहा है। इस खास मौके को लेकर तैयारी अभी से ही शुरू हो गई है। ऐसे में सबसे जरूरी चीज यह है कि हम दिवाली पर ऐसा क्या करें। जिससे मां लक्ष्मी की कृपा हमारे ऊपर बनी रहे। वैसे तुम दिवाली पर हर एक चीज की मान्यता होती है। जिनमें से एक यह मानता भी है कि हर साल मां लक्ष्मी की और श्री गणेश की नई मूर्ति की स्थापना कर उनका पूजन किया जाता है। कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या हर बार नहीं मूर्ति खरीदना जरूरी है। आज की इस रिपोर्ट में हम आपको इसी सवाल का जवाब देंगे।
पुराने समय में धातु की मूर्ति और मिट्टी की मूर्ति की पूजा की जाती थी। ज्यादातर लोग मिट्टी की मूर्तियों की पूजा करना पसंद किया करते थे लेकिन यह मूर्तियां हर साल खंडित हो जाती थी और उनका रंग भी उतर जाता था। ऐसे में हर साल नई मूर्ति की स्थापना कर उसका पूजन किया जाता था लेकिन धातु की मूर्ति के साथ ऐसा नहीं था। इस वजह से नई मूर्तियां का चलन चला।
मान्यताओं के मुताबिक माना जाता है की दिवाली पर नई मूर्ति को स्थापित करने से ऊर्जा का संचार होता है। गीता में श्री कृष्ण ने कहा है की नई मूर्ति लाने से घर में नहीं ऊर्जा का संचार होता है इसलिए दिवाली पर नई मूर्तियां की स्थापना करना शुभ माना जाता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि सिर्फ मिट्टी की मूर्ति बदलने की परंपरा रखी गई है। सोने या चांदी की मूर्ति को सालों साल तिजोरी में रखा ना चाहिए उसे कभी नहीं बदलना चाहिए। उन्हें केवल दिवाली के दिन पूजा के लिए निकलना चाहिए और फिर तिजोरी में ही स्थापित कर देना चाहिए।
दिवाली पूजन के लिए लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां दिवाली से पहले धनतेरस के दिन खरीदना ही शुभ माना गया है। शास्त्रों के मुताबिक, धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और गणेश को घर लाना अत्यंत शुभ होता है। दिवाली पर मूर्ति पूजन के लिए इस बात का विशेष ध्यान रखे की लक्ष्मी-गणेश की एक साथ वाली मूर्ति न खरीदें, बल्कि मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की अलग- अलग मूर्तियां ही खरीदें।
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