Festive Delicacies of Lohri, Makar Sankranti and Pongal: नए साल में त्योहारों का सीज़न एक बार फिर से शुरू होने जा रहा है। लोहड़ी, पोंगल और मकर संक्रांति जैसे त्योहार बस कुछ ही दिन दूर हैं। बता दें कि ये तीनों त्योहार फसल से जुड़े हैं, जिन्हें देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। उत्तर भारत में जहां लोहड़ी मनाई जाती है, वहीं दक्षिण में पोंगल मनाया जाता है। मकर संक्रांति को आधिकारिक तौर पर सर्दियों का अंत और वसंत की शुरुआत माना जाता है। यानी इसके बाद दिन लंबे होना शुरू हो जाते हैं।
इन त्योहारों को कईं तरह की परंपराओं के साथ मनाया जाता है। इस दिन ताज़ा फसल से स्वादिष्ट खाना तैयार किया जाता है। जैसे कि चावल, गुड़, तिल के बीज, गन्ना और कद्दू व बीन्स जैसी सब्ज़ियां। तो यहां जानिए कि इस दौरान बनने वाले पकवानों और उनके फायदों के बारे में जानकारी।
पोंगल त्योहार में बनाई जाने वाली डिश को भी पोंगल ही कहा जाता है। जिसे चावल, मूंग दाल, घी, काली मिर्च और हरी मिर्च डालकर बनाया जाता है। पोंगल का न सिर्फ स्वाद कमाल का होता है, बल्कि ये पेट के लिए हल्का होता है। दक्षिण भारत में इसे नाश्ते में खाया जाता है। इस डिश में हल्के मसालों के साथ काजू भी डाला जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, पोंगल प्रोटीन और कार्ब्स का बेस्ट मिश्रण है। इसमें फैट्स और कैलोरी की मात्रा भी कम होती है।
गुड़ से बना हलवा न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होता है, ये उन लोगों के लिए मीठे का बेहतरीन विकल्प है, जो डायबिटीज़ से जूझ रहे हैं। इस हलवे में गुड़ के अलावा सूजी, घी और ड्राईफ्रूट्स डाले जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर यह हलवा, सेहत के नुकसान नहीं पहुंचाता। गुड़ विटामिन्स और खनिज पदार्थ से भरा हुआ है, जो सर्दियों में इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है। साथ ही ये विटामिन-सी से भी भरा होता है, जो कई तरह की बीमारियों से बचाव करता है।
तिल के लड्डू संक्रांति में ज़रूर बनाए जाते हैं। छोटे से ये लड्डू गर्म तिल और गुड़ से बनते हैं। ये छोटे बीज दिल की बीमारी, डायबिटीज़ और अर्थराइटिस से बचाते हैं और सेहत को कई तरह से फायदा करते हैं। तिल फाइबर का उच्च स्त्रोत होने के साथ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, जो दिल की बीमारी का बड़ा कारण होता है।
मखाना किसी सुपरफूड से कम नहीं है, यही वजह से इसे सबसे हेल्दी स्नैक माना जाता है। मखाने कई तरह के पोषक तत्वों का बड़ा स्त्रोत होते हैं, इसलिए इन्हें डाइट में ज़रूर शामिल करें। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के साथ मखाना ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित रखत है और वज़न कम करने में मदद भी करता है। मखाने में दूध भी डलता है, जो कैल्शियम, मैग्नीशियम, लोहा और फास्फोरस जैसे माइक्रो-न्यूट्रीएंट्स से भरा होता है। यानी मखाने की खीर का सेवन आपकी हड्डियों को मज़बूती देने के साथ ब्लड प्रेशर को कम करता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है।