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Pakistani Drone: सरहद पर आसमान में उड़ती ‘हाईटेक आफत’, अलर्ट पर खुफिया एजेंसियां

Akanksha Gupta • LAST UPDATED : August 11, 2023, 1:49 pm IST

India News (इंडिया न्यूज़), Pakistani Drone: पंजाब में पाकिस्तान की तरफ से ड्रग्स भेजने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अमृतसर में 12 किलो से ज्यादा यानि 60 करोड़ से ज्यादा की कीमत की ड्रग्स पकड़ी गई है। इसके साथ ही तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। पाकिस्तान पहले व्यापार की आड़ में ट्रकों के जरिए चोरी छिपे ड्रग्स भेजता था। मगर अब पाकिस्तान ने ड्रोन को अपना नया हथियार बनाया है। सीमा से सटे हुए गांव में पाकिस्तान ड्रोन के जरिए हथियार और नशे की खेप पहुंचा रहा है। हालांकि BSF के जवान पाकिस्तान के मंसूबों पर लगातार पानी फेर रहा है। पाकिस्तानी ड्रोन को BSF हर बार मार गिराती है।

अलर्ट पर खुफिया एजेंसियां

पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार सप्लाई करने के बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट हैं।  एक रिपोर्ट के अनुसार, ड्रोन ऑपरेशन में भारत के खिलाफ तेजी लाने के लिए ISI ने जैश-ए-मोहम्मद की मदद से लाहौर में एक ड्रोन हब तैयार किया है। इस हब में चीन से लाए हुए ड्रोन रखे गए हैं। ISI ने ड्रोन की जिम्मेदारी जैश को दे रखी है। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी लाहौर से सटे पंजाब के सरहदी इलाकों में ड्रोन के जरिए हथियार स्टिकी बम और नशे की खेप भेज रहे हैं। हालांकि पिछले 7 महीनों में पंजाब पुलिस और बीएसएफ के तालमेल के चलते 51 ड्रोन मार गिराए हैं। वहीं पिछले साल ड्रोन की 224 गतिविधियां दर्ज हुई थीं। साथ ही 23 ड्रोन सरहदी इलाकों में मार गिराए थे।

छोटे ड्रोन के जरिए की जा रही तस्करी

पाकिस्तान ने बड़े ड्रोन की जगह अब छोटे ड्रोन के जरिए तस्करी शुरू की है हर रोज 2 से 11 ड्रोन की गतिविधि दर्ज हो रही है। ये छोटे ड्रोन चाइना मेड हैं और 12 से 15 मिनट में डिलीवरी देने में सक्षम हैं। ये छोटे ड्रोन एक बड़ी चुनौती बन चुके हैं। साथ ही इन्हें ट्रेस करना भी मुश्किल है। पंजाब पुलिस और बीएसएफ ड्रोन से निपटने के लिए अपने सिस्टम को और अपग्रेड कर रही है। अधिकारियों की टीमें अलग-अलग संस्थानों में ड्रोन से जुड़ी हुई तकनीक से जुड़ी हुई जानकारी जुटा रही हैं। पंजाब के 6 जिले पाकिस्तान की सीमा से सटे हुए हैं। 550 किलोमीटर से अधिक का क्षेत्र पाकिस्तान के साथ सटा हुआ है।

ड्रोन से निपटने के लिए तकनीकी क्षमता पहले से मजबूत

गुरदासपुर, अमृतसर, फाजिल्का, फिरोजपुर, पठानकोट और तरनतारन ये वो जिले हैं जिनकी सीमा पाकिस्तान से लगती हुई है। इन सभी जिलों में नशा तस्कर सबसे ज्यादा सक्रिय हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान से नशे की खेप और हथियार सबसे पहले इन्हीं जिलों से आते हैं। इन 6 जिलों में से भी सबसे ज्यादा तरनतारण, गुरदासपुर और अमृतसर जिले में ड्रोन की मुवमेंट है। पाकिस्तान में स्करी के लिए सरहद पर 27 प्वाइंट तस्करी का गेटवे हैं। पंजाब में बढ़ती ड्रोन गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए हाल ही में सीमावर्ती जिलों में इमरजेंसी ड्रोन रिस्पॉन्स सिस्टम भी गठित किया है। इन ड्रोन से निपटने के लिए सर्विलांस और तकनीकी क्षमता पहले से मजबूत हुई है।

खुफियां एजेंसियां इस पर कर रहीं काम

बता दें कि तकनीक के जरिए ड्रोन गिरने के बाद टीमें ये पता लगा लेती हैं कि ड्रोन की लोकेशन सबसे पहले कहां थी। यह ड्रोन कहां से और कहां के लिए उड़ान भरी थी। सीमा में ड्रोन के घुसने से पहले ही सूचना मिल जाए इस पर भी अब काम किया जा रहा है। खुफियां एजेंसियां पाकिस्तान की इस साजिश पर लगातार काम कर रही हैं कि आसमान में उड़ती तकनीक से भरी इस आफत से कैसे निपटा जाए।

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