India News(इंडिया न्यूज),Lok Sabha Election: आगमी लोकसभा चुनाव को लेकर भारत में राजनीतिक गर्माहट लगतार बढ़ती जा रही है। वहीं कल उद्धव गुट की शिवसेना ने अपनी पहली लोकसभा उम्मीदवारों की सूची जारी की। जिसमें कुल 17 उम्मीदवारों की घोषणा हुई है। जिसके बाद ऐसा कहा जा रहा है कि, महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार ने बिना चर्चा के लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने के लिए अपने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सहयोगियों – कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के प्रति नाराजगी व्यक्त की है।
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मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को अपने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गुट की एक आंतरिक बैठक में, शरद पवार ने अपने एमवीए सहयोगियों के “गठबंधन धर्म” का पालन नहीं करने के बारे में बात की। शरद पवार के मुताबिक, एमवीए पार्टियों को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक साथ अपने उम्मीदवारों की घोषणा करनी चाहिए थी। सूत्रों ने कहा कि अनुभवी नेता ने अपने सहयोगियों से उम्मीदवारों की घोषणा करने के बारे में भी सवाल किया, जब सीट-बंटवारे पर चर्चा अभी भी चल रही थी।
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एनसीपी प्रमुख शरद पवार अपने सहयोगियों के साथ चर्चा किए बिना अपने उम्मीदवार मैदान में उतारेगी। एनसीपी (शरदचंद्र पवार) की आंतरिक बैठक में आज महाराष्ट्र की 10 लोकसभा सीटों पर चर्चा हुई। सूत्रों ने बताया कि पार्टी आज कम से कम पांच सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर सकती है।
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चार लोकसभा सीटों – सांगली, भिवंडी, मुंबई उत्तर पश्चिम और मुंबई दक्षिण मध्य को लेकर एमवीए के भीतर दरार है। मंगलवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता बालासाहेब थोराट ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की।