India News(इंडिया न्यूज),Raj Kundra: व्यवसायी और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पती राज कुंद्र की बिटकॉइन आधारित पोंजी स्कीम मामले में मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। जहां ईडी ने उनकी 97.79 करोड़ रुपय की संपत्ति अस्थायी रुप से कुर्क कर लिया है। जिसके बारे में जानकारी देते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को कहा कि उसने सिंगापुर स्थित फर्म वेरिएबल टेक पीटीई लिमिटेड द्वारा किए गए कथित ₹6,600 करोड़ के बिटकॉइन-आधारित पोंजी घोटाले से संबंधित मनी-लॉन्ड्रिंग जांच में व्यवसायी राज कुंद्रा की ₹97.79 करोड़ की संपत्ति अस्थायी रूप से संलग्न की है।
ED, Mumbai has provisionally attached immovable and movable properties worth Rs. 97.79 Crore belonging to Ripu Sudan Kundra aka Raj Kundra under the provisions of PMLA, 2002. The attached properties include Residential flat situated in Juhu presently in the name of Smt. Shilpa…
— ED (@dir_ed) April 18, 2024
वहीं ईडी के सूत्रों के मुताबिक, बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति कुंद्रा पर मामले की अपराध आय का लाभार्थी होने का संदेह है। कुर्क की गई संपत्तियों में जुहू में स्थित एक आवासीय फ्लैट, जो वर्तमान में शिल्पा शेट्टी के नाम पर है, पुणे में स्थित एक आवासीय बंगला और राज कुंद्रा के नाम पर इक्विटी शेयर शामिल हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में कुंद्रा पर आरोप लगाया है कि, वेरिएबल टेक ने उच्च रिटर्न का वादा करके देश भर में भोले-भाले निवेशकों से 80,000 बिटकॉइन एकत्र किए और विदेश में संपत्ति खरीदने के लिए नौ कंपनियों के माध्यम से 6,606 करोड़ रुपये के फंड को डायवर्ट किया गया।
ईडी की जांच के दायरे में आने वाली कंपनियों में अमेज माइनिंग एंड ब्लॉकचेन रिसर्च लिमिटेड, हांगकांग; ग्रीन ओशन ओवरसीज, हांगकांग; ब्लू वेव ट्रेडिंग, हांगकांग; एबी मार्केटिंग कंसल्टेंसी एफजेडई, दुबई; क्रिप्टो कैपिटल, एस्टोनिया; एबीसी मेगा अलायंस डीएमसीसी/एबीसी मेगाकॉर्प, दुबई; एबी होल्डिंग्स, दुबई; एबी सुविधाएं, दुबई; और पर्पल रेन ट्रेडिंग कंपनी, दुबई। जानकारी के लिए बता दें कि, मौजूदा दरों के मुताबिक, एक बिटकॉइन की कीमत करीब 51 लाख रुपये हो सकती है। बिटकॉइन कानूनी निविदा नहीं हैं।
ये भी पढ़े:- Kerala Bird Flu: केरल के अलाप्पुझा जिले में मंडरा रहा बर्ड फ्लू का खतरा, यहां जानें कैसे रहे सुरक्षित-Indianews
इसके साथ ही आपको बता दें कि, जनवरी में एजेंसी ने मामले के सिलसिले में दिल्ली स्थित व्यवसायी निखिल महाजन को गिरफ्तार किया था। महाजन ने कथित तौर पर निवेशकों को आकर्षित करने के लिए दुबई में सेमिनार आयोजित करके कथित घोटाले के प्रचार-प्रसार में आरोपियों की मदद की और कथित तौर पर 40 बिटकॉइन प्राप्त किए।