India News (इंडिया न्यूज), Hamas In POK : मिडिल ईस्ट में फिलहाल के लिए इजरायल और हमास के बीच जारी जंग खत्म होते हुए दिख रही है। इजरायल और हमास के बीच संघर्ष विराम हो गया है। लेकिन अब हमास भारत की टेंशन बढ़ाने वाला है। असल में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में एक कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है और सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि इस कार्यक्रम में हमास के सदस्य भी मौजूद रहेंगे। ये भारत के लिए एक बड़े खतरे की चेतावनी है। इस खबर ने भारतीय खुफिया एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। ये प्रोग्राम रावलकोट में होगा, जोकि आतंकियों के लॉन्चिंग पैड के लिए मशहूर है।
इस कार्यक्रम को चलते हमास नेताओं के पोस्टर वहां पर लगे हुए हैं। जम्मू-कश्मीर में हो रहे बदलाव के बाद से जैश-ए-मोहम्मद काफी कमजोर हो गया है। कश्मीर में वापस आतंक फैलाने के लिए अब उसे हमास जैसे संगठनों की जरूरत पड़ रही है। पीओके के साबिर शहीद स्टेडियम में ‘कश्मीर सॉलिडेरिटी एंड अल अक्सा फ्लड’ कॉन्फ्रेंस के नाम से 5 फरवरी यानि की आज ये मीटिंग की जा रही है।
Hamas In POK : जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के साथ आया हमास
इस खबर के सामने आने के बाद ये सवाल उठ रहा है कि क्या भारत इजरायल की बात मान हमास को एक आतंकी संगठन घोषित करेगा? बता दें कि भारत सरकार ने अभी तक हमास को एक आतंकी संगठन नहीं माना है। शुरूआत से ही भारत लगातार फिलिस्तीन का समर्थन करता रहा है। इजरायल बार-बार भारत से यह मांग करता रहा है कि उसे हमास को एक आतंकी संगठन मानना चाहिए। साल 2023 में इजरायल ने एक ऐसी ही मांग करते हुए भारत में 26/11 हमले के लिए जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा को एक आतंकी संगठन घोषित किया था।
बता दें कि पिछले साल अगस्त में हमास और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सैफुल्ला खालिद के बीच मीटिंग हुई थी। ये मीटिंग कतर की राजधानी दोहा में की गई थी। वैसे हमास नेता खालिद मेशाल के साथ मीटिंग को लेकर भारत अलर्ट पर था। इस मुलाकात में ईरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया की हत्या पर अपनी संवेदना जताने के लिए मेशाल से मुलाकात की थी। सैफुल्ला लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का करीबी है और अमेरिका के ट्रेजरी विभाग की ओर से 2018 में उसे आतंकी घोषित किया गया था।