INDIA NEWS (इंडिया न्यूज़) देहरादून Uttarakhand News : उत्तराखंड में केदार धाम ज्योतिर्लिंग का अलग रखाव करने वाली बद्री केदार मंदिर समिति एक बार फिर विवादों में है। दरअसल कुछ दिन पहले बद्री केदार मंदिर समिति ने केदार धाम के गर्भ ग्रह में मोबाइल फोन को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया था, वहां फोटो और विडियो बनाना मना है। जो भी इस फैसले का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। लेकिन शुक्रवार को मंदिर के कथावाचक मुरारी बापू का गर्भ ग्रह में एक फोटो वायरल हुआ है। जिस पर अब बद्री केदार मंदिर समिति पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। आखिर मंदिर समिति अलग-अलग लोगों के लिए कैसे नियमों को बदल सकती है। आम जनता और वीआईपी या किसी व्यक्ति विशेष के लिए नियम कैसे बदल सकता है।
इस मामले में बीकेटिसी के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने बद्री केदार मंदिर समिति पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जब बीकेटीसी ने गर्भ ग्रह में मोबाइल को बैन किया था तभी यह सवाल उठाए गए थे कि यह नियम कब तक चल पाएगा। गणेश गोदियाल ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि मंदिर में वीआईपी लोगों को दी गई छूट के कारण ही ऐसे हालात पैदा हुऐ हैं।
गणेश गोदियाल ने कहा कि आखिरकार बद्री केदार मंदिर समिति सख्ती से अपने नियमों का पालन क्यों नहीं करवा रही है और इस तरह की लापरवाही बार-बार देखने को क्यों मिल रही है। गोदियाल ने आगे कहा कि मंदिर ना तो सत्तासीन सरकार पर यह दम दिख रही है और ना ही बीकेटीसी नियमों का उलंघन करने वाले किसी वीआईपी पर कार्यवाही कर पा रही है।
वहीँ भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वीडियो के वायरल होने पर बद्री केदार मंदिर समिति पर सवाल उठाए जा रहे हैं जबकि स्वयं कांग्रेस नेता को अपने कार्यों को देख लेना चाहिए। जिसमे उन्होंने आपदा के समय जूते पहनकर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया था। भाजपा नेता ने आगे कहा कि कांग्रेस नेताओं को सलाह देने से पहले अपने गिरेबान में भी झांक लेना चाहिए और उसके बाद बयान देने चाहिए।
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