अभिषेक जोशी, उदयपुर:
Ambulance Workers Left Hospitalized Patient On The Road: आपने आज से पहले पशु क्रूरता के कई मामले देखे होंगे लेकिन उदयपुर में मानवता को शर्मसार करता मानव क्रूरता का बड़ा मामला सामने आया है। जहां संभाग के सबसे बड़े महाराणा भूपाल चिकित्सालय (Maharana Bhupal Hospital) से कुछ एंबुलेंसकर्मी एक मरीज को देर रात सुनसान हाइवे छोड़ भागे। सुबह जब लोगों ने देखा तो फिर से एंबुलेंस (Ambulances) की मदद से अस्पताल पहुंचाया।
Ambulance Workers Left Hospitalized Patient On The Road
मरीज ने बताया है कि उसका नाम किशन है और वह केरल का रहने वाला है। किशन पिछले 12 सालों से उदयपुर के एक ढाबे पर काम करता था। कुछ दिनों पहले नसों में खिंचाव होने की वजह से पैर और रीढ़ की हड्डी जाम हो गई और चलने – फिरने में असमर्थ हो गया। बाद में होटल वालों ने ही एमबी अस्पताल (MB Hospital) में भर्ती कराया था। विगत 15 दिनों से वार्ड 1 में बेड नंबर 22 पर किशन का इलाज चल रहा था लेकिन बीती रात करीब 1 बजे कुछ एम्बुलेंसकर्मी आए और किशन को पट्टी बंधवाने के लिए नीचे चलने को कहा।
इस पर किशन भी उनके साथ चला गया। लेकिन एंबुलेंसकर्मी उसे शहर से 25 किलोमीटर दूर नया खेड़ा गांव के पास हाईवे के पास एक रोड पर पर छोड़ भागे। किशन ने बताया कि रात को जब उसे हाइवे पर लाया गया तो वह चार लोग थे। दो एम्बुलेंस में थे और दो लोग बाइक पर साथ आये थे। सुनसान हाइवे पर छोड़ने के बाद चारो भाग गए।
कहते है जाको राखे साइयां मार सके ना कोय और ये कहावत किशन के साथ सार्थक साबित होती नजर भी आई। क्योंकि जिस हाइवे पर किशन ने रात गुजारी वहां पहले भी पैंथर (panther) का मूवमेंट देखा गया है। ऐसे में रात के अंधेरे में अगर पैंथर का मूवमेंट हो जाता तो किशन उसका निवाला बन जाता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सुबह लोगों ने उसे फिर से अस्पताल पहुंचा दिया। एमबी चिकित्सालय में वार्ड एक के बेड नम्बर 22 पर किशन का इलाज चल रहा था।
देर रात एम्बुलेंसकर्मियों द्वारा मरीज को वार्ड से ले जाना और सुनसान हाइवे पर छोड़ कर भाग जाना स्टाफ की मिलीभगत के बिना सम्भव नहीं है। किशन रात भर हाइवे पर पड़ा पड़ा कर्राहता रहा। सुबह ग्रामीणों के एकत्रित होने के साथ ही इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल पहुंचाते हुए जानकारी ली।
केरल के एक मरीज को एंबुलेंस द्वारा हाईवे पर छोड़कर भाग जाने के मामले पर आरएनटी प्रिंसिपल लाखन पोसवाल ने भी अफसोस जताते हुए कहा कि मामला अति संवेदनशील है। अगर ऐसा हुआ है तो ड्यूटी दे रहे नर्सिंगकर्मी और एंबुलेंसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पोसवाल ने कहा कि मरीज से बात कर रहे है। रात को ड्यूटी पर कौन था, उसके बारे में पता कर जांच कर रहे है। फिलहाल मरीज का इलाज फिर से शुरू कर दिया गया है।
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