India News (इंडिया न्यूज), Mission Chandrayaan 3, बेंगलुरु: भारत का तीसरा मून मिशन, चंद्रयान-3 को लेकर बड़ा अपडेट आया है। जानकारी के अनुसार चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) अब पृथ्वी के कक्ष से निकल कर चांद पर अपना कदम रखेगा। आपको बता दें कि यान चांद की कक्षा में पहुंचने से महज पांच दिन दूर है।
इसरो (Indian Space Research Organisation) के मुताबिक इस काम को करने के लिए एक अगस्त का दिन तय किया गया है. इस दिन 12 बजे से एक बजे के बीच उसके थ्रस्टर्स को चालू करने की योजना है।
ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि मध्य रात्रि में ट्रांस-लूनर इंजेक्शन (Trans-Lunar Injection-TLI) की प्रक्रिया को पूरा होने में 28 से 31 मिनट के बीच का समय लग सकता है।
चंद्रयान-3 के ऑनबोर्ड थ्रस्टर्स को उस वक्त फायर किया जाएगा, जब चंद्रयान-3 पृथ्वी के निकटतम बिंदु (Perigee) पर होगा, न कि तब जब सबसे दूर के बिंदु (Apogee) पर होगा।
करीबी बिंदु ही क्यों
तो आपको बता दें कि चंद्रयान-3 के थ्रस्टर्स को चालू करके उसकी रफ्तार बढ़ाने की कोशिश की जाती है, वो भी तब जब वो धरती के सबसे करीब बिंदु पर हो। ऐसा इस लिए किया जाता है क्योंकि तब उसकी गति सबसे ज्यादा होती है।
चंद्रयान-3 की स्थिति
चंद्रयान-3 फिलहाल एक किमी/सेकंड और 10. 3 किमी/सेकंड के बीच के वेग से एक अण्डाकार कक्षा में पृथ्वी के आस पास घूम रहा है। इसका वेग धरती के सबसे करीबी बिंदु पर सबसे ज्यादा (10.3 किमी/सेकंड) और धरती से सबसे दूर बिंदु पर सबसे कम होता है।
रिपोर्ट्स की मानें तो ट्रांस-लूनर इंजेक्शन के लिए पहले से तैयार और लोड किए गए कमांड, थ्रस्टर्स के चालू होने की उम्मीद के वक्त से लगभग पांच से छह घंटे पहले शुरू किए जाएंगे।
ऐसा इसलिए किया जाएगा क्योंकि इससे चांद के करीब जाने के लिए चंद्रयान-3 को अपना कोण बदलने में सहायता होगी।