संबंधित खबरें
BRABU में सरस्वती पूजा के नाम पर चंदा मांगने पर मचा बवाल,खिड़की के शीशे तोड़े
पटना में बीआईटी मेसरा के छात्र ने की सुसाइड, हॉस्टल में फंदे से लटकी मिली लाश
9 महीने वाले लव मैरिज का अंत, 16 जनवरी से गायब थी युवती
बेटे का प्रेम विवाह पिता के लिए पड़ा भारी! घर के दरवाजे पर मारी गोली,मामले की जांच में जुटी पुलिस
समस्तीपुर के युवाओं का अनोखा प्रदर्शन, पुल नहीं तो सिर पर बाल नहीं…
मरीन ड्राइव रोड पर चलती गाड़ी में अचानक लगी आग, 2 लोगों ने कूदकर बचाई अपनी जान, जानें पूरा मामला
इंडिया न्यूज़ (दिल्ली): बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने में बिहार देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के नेशनल स्मार्ट ग्रिड मिशन के आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक एक करोड़ सात लाख पांच हज़ार 751 मीटर स्वीकृत किए गए है। इसमें से 47 लाख 40 हज़ार 677 मीटर लग चुके है। इस आंकड़े के अनुसार बिहार के लिए 24 लाख आठ हज़ार 600 मीटर स्वीकृत किए गए थे। इसमें से 9 लाख 92 हज़ार 707 मीटर उपभोक्ताओ के घर पर लगाए जा चुके है.
बिहार स्मार्ट मीटर लगाने के मामले में देश में अव्वल राज्य साबित हुआ है। दूसरे नंबर पर असम है, जहां दो लाख 73 हज़ार 724 मीटर उपभोक्ताओ के घर पर लगाया जा चुका है। तीसरे स्थान पर दिल्ली है, जहां दो लाख 58 हज़ार 886 घरों पर स्मार्ट मीटर लगाया गया है.
केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार झारखण्ड के लिए तीन लाख 60 हज़ार स्मार्ट मीटर स्वीकृत किए गए है। इनमे से एक भी मीटर अभी तक नही लगाया गया है। सितम्बर के पहले हफ्ते में रांची में स्मार्ट मीटर लगाने की शुरुआत होने की संभावना है.
क्या होता है स्मार्ट मीटर
स्मार्ट मीटर में चिप लगा होता है। इसमें रियल टाइम बिजली की खपत पता चलती है। लोड कितना है, यूनिट की स्पीड कितनी है, सब कुछ देखा जा सकता है। स्मार्ट मीटर को मोबाइल की तरह रिचार्ज करना होता है। बैलेंस ख़त्म होने पर बिजली की आपूर्ति बंद हो जाती है.
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.