संबंधित खबरें
आग में जिंदा क्यों जल गई महिला, जानें क्या है पूरा मामला
चलते ऑपरेशन में बूढे ने गाया रोमांटिक गाना, Video वायरल
CG Weather Update: हल्की ठंड से मौसम सुहाना, बदलते मौसम में बारिश का अलर्ट
CG Politics: 'द साबरमती रिपोर्ट' को छत्तीसगढ़ में टैक्स फ्री करने पर भड़की कांग्रेस, कहा- 'सच्चाई को छुपाया …'
CG Weather Update: शीतलहर का प्रकोप, ठंडी और सूखी हवा ने बधाई ठंडक, जाने प्रदेश में मौसम की हलचल
कॉमेडियन यश राठी ने भिलाई आईआईटी में की ऐसी हरकत, आयोजकों ने भरे स्टेज से उतारा ; FIR दर्ज
India News (इंडिया न्यूज),Chhattisgarh Election 2023: सिर्फ 12 मतदाताओं के लिए चुनाव आयोग ने मतदान केंद्र बनाया है, पर इस बार यहां के मतदाता मत देने को तैयार नही है वो इसका बहिष्कार कर रहे है। उनका कहना है कि उन्हें अब तक मूलभूत सुविधाएं बिजली सड़क पानी तक मुहैया नही हुई है तो वो वोट क्यों करें।
कोरिया जिले के सोनहत विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कचोहर के आश्रित ग्राम कांटो में 12 मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र बनाया गया है। पहली बार इस गांव में कैमरा पहुंचा है। कांटो मतदान केंद्र भरतपुर सोनहत विधानसभा का केंद्र क्रमांक 139 है।
वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद इस केंद्र का निर्माण किया गया, पहले 11 मतदाता थे अब 12 हो गए है। जिला प्रशासन ने चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है, यहां पोलिंग टीम दो दिन पहले पहुंच जाती है। चुनाव सामग्री ट्रैक्टर के मार्फत भेजा जाता है।
कांटो गांव में कुल 12 मतदाता है, सभी गुर्जर है, इस गांव कुल 3 घर है। जिसमे रघुबीर, उनकी माता भगवती, मानमती,पुत्र आशुतोष और हरिहर, जिरजोधन, होरीलाल और उनकी पत्नी गोमती जो यहाँ की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है, इसके अलावा गुलाब और उनकी पत्नी कविता और कामता और उनकी पत्नी बन्ना यहां के निवासी है।
कांटो गांव के निवासी मूलभूत सुविधाओं के रहने को मजबूर है, गांव की महिला भगवती का कहना है कि उनके गांव में बोर नही है पीने के पानी के लिए उन्हें नाले के पानी का उपयोग करना पड़ता है, बिजली नही है जो सौर ऊर्जा की लाइट दी गई थी वो खराब हो चुकी है, सड़क तो है ही नही। वही महिला कविता का कहना है कि उन लोगो को काम नही मिलता है, बोर नही है पीने के पानी तक के लिए उन्हें कई परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है।
सरकार की योजनाएं अभी यहां तक नही पहुंच रही है। जिरजोधन का कहना है कि उन्होंने भाजपा कांग्रेस दोनो को देखा पर हमारे वोट का मूल्य क्या है चुनाव में बस उनकी सुध ली जाती है बाकि समय कोई उनको पूछने नही आता है। यही कारण है उन्होंने इस बार वोट नही करने का निर्णय लिया है।
कांटो गांव जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से 90 किमी दूर स्थित है, यहां पहुंचने के लिए 35 किमी जंगल की पगडंडियों के साथ उबड़ खाबड़ रास्तों से होकर जाना होता है। यहां दूर दूर तक कोई इंसान नज़र नही आता है। बिना किसी ग्रामीण की मदद से यहां पहुंचना बेहद मुश्किल है।
कोरिया के कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार लंगेह ने कहा कि मतदान के बहिष्कार को लेकर उन तक कोई शिकायत नही आई है, फिर भी आप बता रहे है तो टीम कांटो भेजी जाएगी, उनकी जो भी समस्या है उनका निदान करने की कोशिश की जाएगी, जो अभी नही हो सकेंगी उन्हें आचार संहिता खत्म होने के बाद पूरी की जाएंगी।
यह भी पढ़ेंः-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.