Chandra Grahan 2021 : ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का व्यक्ति के जीवन पर काफी प्रभाव होता है। साल 2021 में कुल चार ग्रहण लगेंगे जिसमें से दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण लगेंगे। हिन्दू पंचांग के अनुसार, 26 मई (बुधवार) को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगा था। अब साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 (शुक्रवार) को लगने जा रहा है।
यह चंद्र ग्रहण 11 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर 5 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, जिसे भारत, अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, आस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में देखा जा सकेगा। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है।
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19 नवंबर 2021 को कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण वृषभ और कृतिका नक्षत्र में लगेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस राशि और इस नक्षत्र में जन्मे लोगों को विशेष सावधान रहने की जरूरत है। इस राशि के लोगों को वाद-विवाद, क्रोध और फिजूल खर्ची से दूर रहना होगा। इस दौरान वाहन प्रयोग में सावधानी बरतें।
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ग्रहण के सूतक काल की शुरुआत से लेकर समाप्ति तक भगवान का ध्यान करना चाहिए। भगवान के मंत्रों का जाप करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान नकारात्मकता बढ़ जाती है जिससे बचने के लिए भगवान का ध्यान करना अच्छा होता है।
ग्रहण के दौरान पके हुए खाने या फिर खाने-पीने की किसी भी चीज में तुलसी के पत्ते डाल देने चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पके खाने में तुलसी के पत्ते डाल देने से खाना अशुद्ध होने से बच जाता है। घर में गंगाजल का छिड़काव करें।ग्रहण के बाद पानी में गंगाजल की कुछ बूंदे डालकर स्नान करें।सूर्य ग्रहण के बाद दान-पुण्य करना चाहिए।
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ग्रहण में सूतक के दौरान भगवान की मूर्तियों को स्पर्श नहीं करना चाहिए। इस दौरान बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए। ग्रहण में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। ग्रहण के वक्त भोजन नहीं करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार स्वस्थ व्यक्ति को इस समय भोजन और पानी का सेवन नहीं करना चाहिए।
इस समय वो लोग भोजन और पानी का सेवन कर सकते हैं जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है या जिनकी तबीयत खराब है। इसके अलावा बच्चे और बुर्जुर्ग व्यक्ति भी भोजन और पानी का सेवन कर सकते हैं।
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