India News (इंडिया न्यूज), High Cholesterol Symptoms: कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना आज के समय में एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन गया है। अगर इसे समय रहते नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से दिल की बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा होता है, और हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में लिपिड प्रोफाइल टेस्ट समय-समय पर कराना बेहद जरूरी है। भारत के मशहूर न्यूट्रिशन एक्सपर्ट निखिल वत्स ने हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षणों और उनके प्रभावों के बारे में जानकारी दी है।
अगर नसों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, तो हाथों और पैरों में अक्सर दर्द होने लगता है। प्लाक जमा होने की वजह से ब्लड वेसल्स में ब्लॉकेज हो जाती है, जिससे इन हिस्सों तक खून और ऑक्सीजन का प्रवाह बाधित होता है।
High Cholesterol Symptoms: न सिर्फ दिल बल्कि शरीर के ये हिस्से भी हर मिनट में देते है बढ़ते कोलेस्ट्रॉल की ओर इशारा
हार्ट शरीर के बायीं तरफ होता है, और यहां हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से तेज दर्द उठ सकता है। ब्लड वेसल्स में प्लाक बनने से ब्लड फ्लो प्रभावित होता है, जो चेस्ट पेन का मुख्य कारण है।
आंखों की पलकों पर फैट का जमाव ज़ैन्थेल्मास (Xanthelasmas) के रूप में देखा जा सकता है। यह संकेत देता है कि कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ रहा है और इसे अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है।
कई शोधों से यह साबित हुआ है कि बैड कोलेस्ट्रॉल की अधिकता तनाव और याददाश्त की कमी का कारण बन सकती है।
लो ब्लड सर्कुलेशन का संकेत है बार-बार झुनझुनी। यह तब होता है जब कोलेस्ट्रॉल के बढ़े हुए स्तर के कारण रक्त प्रवाह धीमा हो जाता है।
अगर सिर के ब्लड वेसल्स जाम हो जाते हैं, तो सिर के पिछले हिस्से में तेज दर्द महसूस हो सकता है। समय पर इसे नजरअंदाज करना स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
इम्प्रोपर फैट मेटाबॉलिज्म की वजह से शरीर के विभिन्न हिस्सों में फैट जमा होकर गांठ (लिपोमास) बना सकता है। यह स्किन और मसल्स के बीच बनता है।
ब्लड वेसल्स में कोलेस्ट्रॉल के ज्यादा होने से शरीर में थकान और सुस्ती महसूस होती है। यह तब होता है जब खून और ऑक्सीजन शरीर के हिस्सों तक सही तरीके से नहीं पहुंचते।
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हाई कोलेस्ट्रॉल एक मूक खतरा है जो धीरे-धीरे दिल और दिमाग को प्रभावित कर सकता है। इसके लक्षणों को पहचानकर समय रहते कार्रवाई करना बेहद जरूरी है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और नियमित चेकअप कराकर आप इस समस्या से बच सकते हैं। अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें और इसे प्राथमिकता दें।
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