Amit Shah Tribute to Sardar Patel: नई दिल्ली के विज्ञान भवन में शुक्रवार को आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में देश के गृह मंत्री अमित शाह ने भारत के लौह पुरुष सरदार पटेल के 150वीं जयंती पर भावनात्मक श्रद्धांजलि अर्पित की इस अवसर पर सीएम रेखा गुप्ता भी उपस्थित रही. इस दौरान ‘रन फॉर यूनिटी’ यानी एकता दौड़ का आयोजन हुआ जिसका शुभांरभ शाह ने किया और कहा कि आज का दिन केवल स्मरण का नहीं, बल्कि संकल्प का है. हमें सरदार साहब के दिखाए रास्ते पर चलकर भारत को और मज़बूत बनाना है. दिल्ली से लेकर अहमदाबाद, पटना, भोपाल और गुवाहाटी तक लाखों युवाओं ने दौड़ में हिस्सा लिया. उन्होंने कांग्रेस पर भी तीखे हमले किए.
अंग्रेजों ने बांटा, पटेल ने जोड़ा भारत – शाह
अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत सरदार पटेल को नमन करते हुए की, लेकिन जल्द ही उनका स्वर तीखा हो गया. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने भारत को एक किया, उसे उसी देश में सम्मान पाने के लिए 41 साल का इंतजार करना पड़ा. उस समय की कांग्रेस सरकार ने उन्हें भारत रत्न देने में देरी की यह इतिहास का सबसे बड़ा अन्याय था.
शाह ने कहा कि सरदार पटेल सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि भारत की आत्मा थे जिन्होंने अंग्रेजों की छोड़ी हुई बिखरी हुई 562 रियासतों को एक कर अखंड भारत की नींव रखी.
गृहमंत्री ने अपने भाषण में अंग्रेजों की ‘फूट डालो और राज करो’ नीति पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद जब देश विभाजन की पीड़ा झेल रहा था, उस दौर में एकजुट भारत की कल्पना नामुमकिन लगती थी. लेकिन पटेल की दूरदर्शिता, दृढ़ इच्छाशक्ति और कूटनीति ने असंभव को संभव बना दिया. अगर उस समय सरदार पटेल न होते, तो आज भारत का नक्शा कुछ और होता.
अमित शाह का भावनात्मक संदेश
अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (एक्स) पर भी सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लिखा कि
राष्ट्रीय एकता, अखंडता और किसानों के सशक्तीकरण के प्रतीक लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन. उन्होंने रियासतों का एकीकरण किया और किसानों को आत्मनिर्भर भारत की राह दिखाई. सरदार पटेल का जीवन यह सिखाता है कि एकजुटता और दृढ़ संकल्प से कोई भी असंभव कार्य संभव हो सकता है.