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चीन ने बनाया ऐसा मास्क, वायरस के पास आने पर 10 मिनट में करेगा अलर्ट

इंडिया न्यूज, Face Mask Identify Virus Within : चीन में शोधकतार्ओं के समूह ने एक ऐसे फेस मास्क का निर्माण किया है जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के 10 मिनट के भीतर वायरल की पहचान कर देगा। यह गजब का फेस मास्क सांसों में घुसने वाले इंफ्लूएंजा, कोविड-19 के वायरस की पहचान कुछ […]

BY: Bharat Mehndiratta • UPDATED :
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इंडिया न्यूज, Face Mask Identify Virus Within : चीन में शोधकतार्ओं के समूह ने एक ऐसे फेस मास्क का निर्माण किया है जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के 10 मिनट के भीतर वायरल की पहचान कर देगा। यह गजब का फेस मास्क सांसों में घुसने वाले इंफ्लूएंजा, कोविड-19 के वायरस की पहचान कुछ ही समय में कर लेगा।

एक रिपोर्ट के मुताबिक यह मास्क अति संवेदनशील है। यह फेस मास्क हवा में वायरस के ड्रॉपलेट को डिटेक्ट करेगा। उसके बाद यह आपके मोबाइल पर अलर्ट भेजेगा कि यहां वायरस है, इसलिए सतर्क हो जाए। यानि कि यह मास्क 10 मिनट के भीतर ही आपके मोबाइल पर अलर्ट भेजेगा कि आप जहां हैं वहां कोरोना वायरस है।

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Face Mask Identify Virus Within

कैसे काम करता है ये मास्क

दरअसल, इस मास्क में एक छोटा सा सेंसर लगाया गया है जो वायरस को डिटेक्ट करने में सक्षम है। जैसे ही यह अपने आसपास वायरस को डिटेक्ट कर लेगा तभी मोबाइल में अलर्ट मैसेज भेज देता है। बताया गया है कि शोधकतार्ओं की टीम का अगला लक्ष्य इस मास्क में पोलीमर और ट्रांजिस्टर के डिजाइन और संवेदनशील बनाने का है ताकि वायरस का पता लगाने में और कम समय लगे।

इतना ही नहीं, कैंसर और हृदय संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए भी ऐसे ही चिकित्सा उपकरण विकसित करने में जुटे हैं। इसके लिए शोधकतार्ओं ने छोटे से सेंसर को बनाने के लिए अप्टामर्स का इस्तेमाल किया जो एक प्रकार का सिंथेटिक मॉल्यूक्यूल है। यह वायरस में मौजूद प्रोटीन को पहचान लेता है।

छींकने पर हवा में घुल जाते हैं एरोसोल

जानकारों के मुताबिक अगर कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता है या छींकता है तो उसकी सांसों से श्वसन बैक्टीरिया जो कोविड-19 और एच1 एन 1 इन्फ्लूएंजा का कारण बनते हैं, के ड्रॉपलेट या एरोसोल हवा में घुल जाते हैं। इन एरोसोल या ड्रॉपलेट में वायरस युक्त अणु लंबे समय तक आस-पास के वातावरण में मौजूद रहते हैं।

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