India News,(इंडिया न्यूज),International Space Station: नासा के वैज्ञानिकों ने एक अजीबोगरीब दावा किया है। जिसमें बताया गया है कि, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को सुरक्षित धरती पर गिराने के उपायों पर विचार-मंथन कर रहा है। मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, यह एक ऐसा मिशन है जो देखने में जितना मुश्किल है, उससे कहीं अधिक पेचीदा है। इसलिए नासा इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहा है, क्योंकि हल्की सी भी गलती हुई तो पूरी पृथ्वी पर तबाही आ सकती है।
जानकारी के लिए बता दें कि, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण 1980 के दशक के अंत में 15 वर्षों के लिए किया गया था। लेकिन आईएसएस अंतरिक्ष में अपनी उम्र पूरी कर चुका है और पिछले 24 वर्षों से कक्षा में कार्य कर रहा है। वहीं एयरोस्पेस के सुरक्षा सलाहकार ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि, आईएसएस का जब आखिरी दिन आएगा तब इसे कंट्रोल करना आसान नहीं होगा। इसलिए, समय से पहले उसे डीऑर्बिट करने की प्लानिंग की जा रही है।
वहीं इस मामले में नासा के एयरोस्पेस के सुरक्षा सलाहकार के पैनल ने बताया कि, स्पेस स्टेशन को इस तरह से डीऑर्बिट करने की योजना बनाई गई है कि इससे जमीन पर कोई हताहत न हो। स्पेस स्टेशन को डीऑर्बिट करने की नई विधि को ‘स्पेस टग’ के नाम से जाना जा रहा है। यह एक अंतरिक्ष यान है जिसका उपयोग अंतरिक्ष में मौजूद सामान को एक कक्षा से दूसरी कक्षा में स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। लेकिन एजेंसी के पास इस मिशन के लिए बजट की कमी है, उन्होंने अमेरिका की बाइडन सरकार से अपना अंतरिक्ष बजट बढ़ाने की मांग की है।
इसके साथ ही नासा के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बता दें कि, आईएसएस का विशाल आकार वैज्ञानिकों के लिए टेंशन का कारण बना हुआ है। यदि इसे सावधानी से नहीं हटाया गया तो यह पृथ्वी के एक बड़े हिस्से की आबादी को तबाह कर सकता। वहीं किसी अंतरिक्ष यान को डीऑर्बिटिंग करना नासा के लिए कोई नई बात नहीं है, लेकिन आईएसएस (ISS) का आकार विशाल है जो बड़ा जोखिम पैदा कर सकता है।
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