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India News (इंडिया न्यूज) Pakistan News: पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पंजाब प्रांत के एक जिले ननकाना साहिब में अपनी रैली के दौरान एक लाख पाकिस्तानी रुपये (पीकेआर) से अधिक मूल्य की गुच्ची टोपी पहनी थी। अब इसे लेकर पाकिस्तान में मुद्दा छीड़ गया है। मालूम हो कि पाकिस्तान इस वक्त में जबरदस्त आर्थिक संकट से गुजर रहा है। इसके अलावा पाकिस्तान ईंधन, बिजली और भोजन जैसी बुनियादी सुविधाओं की कीमतें आसमान छू रही है।
यहीं नहीं पूर्व प्रधानमंत्री की ये टोपी को लेकर चर्चा बनने का दूसरा कारण उनकी टोपी पर धारियों का रंग भी रही। कुछ लोगों का मानना है कि टोपी की धारियां इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के झंडे के समान था।
यह पहली बार नहीं है जब पूर्व पाकिस्तानी पीएम इस तरह के विवाद में घिरे हैं। 2023 में कथित तौर पर लंदन के महंगे हैरोड्स डिपार्टमेंट स्टोर में खरीदारी के दौरान नवाज का सामना एक पाकिस्तानी महिला से हुआ था। बता दें कि 2024 के आम चुनावों से पहले पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ जो लंदन में चार साल के निर्वासन के बाद अक्टूबर 2023 में अपने देश लौटे है। उन्होंने ने शनिवार को पार्टी के चुनाव घोषणापत्र का अनावरण किया।
विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, महामारी के बाद पाकिस्तान की मजबूत रिकवरी वित्त वर्ष 2023 में बड़े आर्थिक असंतुलन के कारण रुक गई, जिसके परिणामस्वरूप समायोजन नीति को वापस लेने में देरी हुई और घरेलू और बाहरी आर्थिक झटकों की एक श्रृंखला हुई। वैश्विक कमोडिटी कीमतों में बढ़ोतरी, वैश्विक मौद्रिक सख्ती, हालिया विनाशकारी बाढ़ और घरेलू राजनीतिक अनिश्चितता के बीच घरेलू कीमतों, बाहरी और राजकोषीय संतुलन, विनिमय दर और विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव बढ़ गया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि वेतन और नौकरी की गुणवत्ता में गिरावट के साथ उच्च मुद्रास्फीति के कारण गरीबी बढ़ी है, जिससे विशेष रूप से गरीबों की क्रय शक्ति कम हो गई है।
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