India News (इंडिया न्यूज),MP Weather News: मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मौसम की स्थिति अलग-अलग बनी हुई है। जहां सतना, सीधी, और रीवा जैसे विंध्य क्षेत्रों में भारी बारिश का दौर जारी है, वहीं राजधानी भोपाल और इंदौर जैसे प्रमुख शहरों में मानसून का असर कम होता दिख रहा है। इसके पीछे मुख्य कारण प्रदेश में सक्रिय मौसम प्रणाली का कमजोर होना बताया जा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में वर्तमान में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है, जिसके चलते अगले दो-तीन दिनों तक बारिश की संभावना कम है। हालाँकि, विंध्य क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी है, लेकिन अन्य क्षेत्रों में फिलहाल धूप खिली रहने की संभावना है। गुरुवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में शुष्क मौसम बना रहा, जबकि कुछ जिलों में हल्की बारिश देखी गई। नर्मदापुरम के इटारसी और बड़वानी के सेंधवा में आधे घंटे तक तेज बारिश हुई, वहीं बैतूल में मात्र 2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब कमजोर होकर हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवात का रूप ले चुका है। इस समय यह प्रणाली दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में सक्रिय है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, सीधी, रांची और दीघा से होकर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इसके अलावा, एक पश्चिमी विक्षोभ भी पाकिस्तान के आसपास सक्रिय है। इन सभी कारकों के चलते प्रदेश के कुछ इलाकों में मामूली बारिश हो सकती है, लेकिन 22 सितंबर तक भारी बारिश की संभावना नहीं जताई गई है।
अब तक के आंकड़ों के अनुसार, 1 जून से 19 सितंबर तक मध्य प्रदेश में औसत से 16 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में 13 प्रतिशत और पश्चिमी मध्य प्रदेश में 19 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में बैतूल, बुरहानपुर, खरगौन, शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुरकला, सिवनी, और सागर जिलों में हल्की बारिश का अनुमान जताया है।
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