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Risk of Omicron in Children भारत में बच्चों में ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ा

Sameer Saini • LAST UPDATED : December 8, 2021, 2:30 pm IST

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:

Risk of Omicron in Children : दुनियाभर में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को लेकर वैज्ञानिक ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका और यूके डेटा के मुताबिक आने वाले समय में हर किसी के लिए ये वैरिएंट एक बड़ी चुनौती बनने वाला है। वहीं दक्षिण अफ्रीका में बच्चों के भी ओमिक्रॉन संक्रमित होने से भारत में भी बच्चों के इंफ्केटेड होने का खतरा बढ़ गया है। हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ओमिक्रॉन के भारत में बच्चों में असर को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी और ऐसे में सरकार को इससे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए। (Risk of Omicron in Children)

बता दें ओमिक्रॉन के लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि समय रहते इसका इलाज किया जा सके। दक्षिण अफ्रीका के मुताबिक ओमिक्रॉन के लक्षण हर किसी में अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन युवाओं में ज्यादा थकान, बदन दर्द और सिर दर्द इसके लक्षण हैं। डेल्टा की तरह इस वेरिएंट में लोगों को स्वाद और सुगंध जानें का एहसास नहीं हो रहा है। हालांकि कुछ लोगों को गले में बहुत ज्यादा खराश महसूस हो रही है। (Risk of Omicron in Children)

अमेरिका के नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक बच्चों में कोरोना के नए वैरिएंट के कुछ खास लक्षण देखने को मिल रहे हैं। जैसे कि तेज बुखार, लगातार खांसी आना (एक घंटे तक लगातार), थकान, सिर दर्द, गले में खराश और भूख ना लगना। दक्षिण अफ्रीका के अस्पतालों में कोरोना के युवा मरीजों और बच्चों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। खासतौर से 5 साल के छोटे बच्चों को अस्पताल में भर्ती करने की ज्यादा जरूरत पड़ रही है। इसकी एक वजह ये भी बताई जा रही है कि वैक्सीन ना लग पाने की वजह से बच्चे इस वेरिएंट की चपेट में आसानी से आ रहे हैं। (Risk of Omicron in Children)

कई देशों में बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरूआत होना बाकी (Risk of Omicron in Children)

बच्चों को कोरोना वैक्सीन दिए जाने की चर्चा पूरी दुनिया में लंबे समय से चल रही है। कई देश 2-17 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू भी कर चुके हैं, लेकिन भारत समेत दुनिया के कई देशों में बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरूआत होना अभी बाकी है।

  • भारत में सबसे पहले 12-17 साल के बच्चों में वैक्सीनेशन शुरू करने की तैयारी है, जिसे लेकर जल्द ही गाइडलाइन जारी होगी। देश में सबसे पहले 7 राज्यों-महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू होगा।
  • अभी दुनिया में 30 से अधिक देशों में ही बच्चों का कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हुआ है। हालांकि अलग-अलग देशों में अलग उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन हो रहा है।
  • जैसे-जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन, आस्ट्रेलिया जैसे देशों में 12 से अधिक, तो वहीं इटली, इजरायल जैसे देशों में 5 साल से अधिक, वहीं चीन, हॉन्ग कॉन्ग में 3 साल से अधिक तो क्यूबा और वेनेजुएला में 2 साल से अधिक उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन हो रहा है।

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