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India News (इंडिया न्यूज़), Rana Yashwant : टकर कार्लसन अमेरिका में बेहद चर्चित टीवी होस्ट हैं, उनके ट्वीटर हैंडल पर 94 लाख फॉलोअर्स हैं। टकर जबतक फॉक्स नेटवर्क के साथ थे, मैंने उनके बहुत सारे शोज देखे। सवाल करने का उनका तरीका और शो के लिए तैयारी गजब की होती है। अमेरिका में टकर का दक्षिणपंथ की तरफ रुझान दिखता है और वे रिपब्लिकन पार्टी का समर्थक माने जाते हैं।
टकर ने हाल ही में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के दावेदारों में से एक विवेक रामास्वामी का इंटरव्यू किया। उस इंटरव्यू का एक टुकड़ा अपने ट्वीटर हैंडल पर डालकर उन्होंने लिखा कि “विवेक रामास्वामी रिपब्लिकन पार्टी के सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति पद के दावेदार हैं। उनको सुनना दिलचस्प है” टकर के इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अमेरिकी कारोबारी एलन मस्क ने लिखा ” वे होनहार उम्मीदवार लगते हैं”। एलन मस्क ऐसे शख्स हैं जिनकी दुनिया में तूती बोलती है। टेस्ला से लेकर ट्वीटर तक उनका साम्राज्य चलता है।
मस्क के ट्वीट करते ही विवेक रामास्वामी अचनाक सुर्खियों में आ गए। इसलिए जरुरी है कि 38 साल के भारतीय मूल के नौजवान विवेक रामास्वामी की प्रतिभा को समझा जाए। अभी तक अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए जितने भी डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दावेदार दोनों पार्टियों में रहे हैं, विवेक सबसे कम उम्र के हैं। राष्ट्रपति पद के लिए अमेरिका में अगले साल चुनाव होने हैं। इसलिए दोनों पार्टियों के अंदर राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार तय करने का काम चल रहा है।
विवेक डोनल्ड ट्रप वाली रिपब्लिकन पार्टी की तरफ इस साल फरवरी में नामांकन की रेस में शामिल हुए। आज वे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस के बाद तीसरे नंबर पर चल रहे हैं। अमेरिका में मौजूदा उप राष्ट्रपति कमला हैरिस भारतीय मूल की हैं। अब अमेरिकी राष्ट्रपति की रेस में भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी हैं। फर्क बस इतना है कि कमला हैरिस डेमोक्रेट हैं और विवेक रिपब्लिकन। विवेक के माता पिता केरल से हैं जो अमेरिका चले गए।
विवेक का जन्म अमेरिका के सिनसिनाटी में हुआ। वे हार्वर्ड से जूलॉजी में ग्रैजुएट हैं और येल यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रैजुएट। पत्नी अपूर्वा तिवारी ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर और सर्जन हैं। पिता गणपति रामास्वामी अमेरिका में ही इंजीनियर हैं और मां गीता रामास्वामी सायकायट्रिस्ट के तौर पर काम करती हैं। विवेक की पहचान अमेरिका में एक कामयाब टेक-एंटरप्रेन्योर की है। बतौर एंटरप्रेन्योर उन्होंने हेल्थकेयर और टेक्नोलोजी कंपनियां बनाईं।
2022 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में नागरिकों की रोजाना की आवाज रखने के लिए विवेक ने एक नई फर्म बनाई जिसका नाम स्ट्राइव एसेट मैनेजमेंट है। विवेक अमेरिका में चीन के खिलाफ एक मजबूत आवाज हैं। उनकी वहां लोकप्रियता का बड़ा कारण यह भी है। चीन पर से अमेरिका की निर्भरता खत्म होनी चाहिए, इसकी वकालत करनेवाले विवेक रामास्वामी एक अच्छी विदेश नीति की जरुरत पर लगातार जोर देते रहे हैं। अपने प्रचार अभियान के दौरान वे इस बात को बार बार कह रहे हैं कि अगर वे अमेरिका के राष्ट्रपति बने तो बीजिंग के साथ अमेरिका के रिश्ते पूरी तरह खत्म होंगे।
दूसरी बात वे यह कहते हैं कि अगर अगले साल मैं व्हाइट हाउस पहुंचा तो ट्रम्प को तुरंत माफ करुंगा। जाहिर है विवेक रामास्वामी अमेरिका के दो बड़े सेंटिमेंट को अपने साथ जोड़ रहे हैं। एक तबका वह जो चीन का पुरजोर विरोधी है औऱ दूसरा तबका उन दक्षिणपंथियों का जो ट्रंप को पसंद करते हैं।
विवेक चाहते हैं कि अपनी उम्र, इमेज और ट्रंप के मुकाबले निर्विवादित छवि के बूते वे रिपब्लिक पार्टी में सबसे ऊपर आ जाएं। इससे होगा ये कि पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार वे होंगे। इन दिनों रिपब्लिकन पार्टी के तमाम दावेदार अगले हफ्ते बहस की तैयारी कर रहे हैं। विवेक रामास्वमी धारदार औऱ असदार वक्ता है, इसलिए उम्मीद की जा रही है कि बहस से उनकी लोकप्रियता बढेगी।
दुनिया के ताकतवर देशों में भारतवंशियों के शीर्ष पदों पर आने से भी भारत की छवि चमकती है। उन देशों से संबंधों में भरोसा औऱ निकटता बढती है। ऋषि सुनक के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री होने के बाद दस डाउनिंग स्ट्रीट में भारतीय संस्कार औऱ भारतीयों की पूछ परख बढी है। हाल ही में मुरारी बापू की इंग्लैंड में कथा में ऋषि सुनक आए थे। उन्होंने वहां खुलकर हिंदू और हिंदू संस्कारों की तारीफ की थी।
अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस का भारतीय मूल का होने से रिश्तों में आत्मीयता की झलक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे में तब मिली थी, जब अमेरिकी विदेश विभाग के लंच पर प्रधानमंत्री गए थे। वहां उन्होंने कमला हैरिस और भारत से रिश्तों के पुराने पन्ने खोले थे। कमला भी अपनी यादों के जरिए भारत तक पहुंचीं।
अब विवेक रामस्वामी ने दुनिया के सबसे ताकतवर देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचने की उम्मीद जगाई है। टकर कार्लसन के साथ इंटरव्यू में विवेक ने अपनी ऐसी छाप छोड़ी कि टकर को खुद ट्वीट करना पड़ा कि इस आदमी को सुनना शानदार अनुभव है। एलन मस्क का उस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए विवेक की तारीफ करना अमेरिका में कई तरह के संकेत दे गया है।
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