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Jharkhand : अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के सेवानिवृत्त, छात्र अधर में

Mukta • LAST UPDATED : September 16, 2021, 9:30 am IST

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Jharkhand अकादमी परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के रिटायर होने से लगभग 30 हजार छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। वे मंगलवार को रिटायर हुए हैं। उनके पद अब तक खाली हैं। चेयरमैन की अनुपस्थिति में कोई काम नहीं हो सकता है। ऐसे में हाल में ही संपन्न मैट्रिक और इंटर का रिजल्ट अटक गया है।
झारखंड के हजारों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह और उपाध्यक्ष फूल सिंह के सेवानिवृत्त होने से कामकाज के प्रभावित होने की आशंका है। अभी तक इनकी जगह किसी और की नियुक्ति नहीं की गई है। नियमानुसार जब तक खअउ के चेयरमैन की नयुक्ति नहीं हो जाती है, तब तक एकेडमिक काउंसिल में कोई काम नहीं हो सकता है। ऐसे में हाल में ही संपन्न मैट्रिक और इंटर का परिणाम अटक गया है। इसका खामियाजा 30 हजार से ज्यादा छात्रों को भुगतना पड़ सकता है। इन छात्रों की आगे की पढ़ाई बाधित होने की आशंका है। खासकर मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले छात्रों की परेशानी बढ़ सकती है। बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से गरीब छात्रों को मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है। आकांक्षा नाम की इस योजना के लिए छात्रों का चयन भी खअउ के माध्यम से ही किया जाता है। इसके लिए चयन की प्रक्रिया भी आखिरी चरण में है, लेकिन खअउ के चेयरमैन के रिटायर्ड होने से पूरा प्रोसेस अटक गया है। साथ ही मॉडल स्कूल और इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय में नामांकन परीक्षा भी विचाराधीन है।

Jharkhand : नियुक्ति प्रक्रिया पहले ही हो गई थी शुरू

इस बीच झारखंड के शिक्षा सचिव राजेश शर्मा ने बताया कि चेयरमैन और वाइस चेयरमैन की नियुक्ति प्रक्रिया बहुत पहले ही शुरू कर दी गई है। इस पर विभाग की तरफ से प्रक्रिया को आगे बढ़ाय जा रहा है। बहुत जल्द इसकी घोषणा कर दी जाएगी। शिक्षा विभाग की तरफ से प्रस्तावित नाम की मुख्यमंत्री अनुशंसा करते हैं। इसके बाद खअउ के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति होती है।

Jharkhand : तीन सालों को होता है कार्यकाल

अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह की नियुक्ति 2015 में हुई थी। जैक अध्यक्ष का कार्यकाल 3 वर्षों का होता है। पहला कार्यकाल इनका 2018 में समाप्त हो गया था। तत्कालीन रघुबर सरकार ने इन्हें एक और कार्यकाल के लिए नियुक्त किया था। मंगलवार को इनका दूसरा टर्म भी पूरा हो गया। इनके कार्यकाल में के कार्यों को पूरी तरह आॅनलाइन किया गया।

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