India News (इंडिया न्यूज़), Article 370: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती ने बुधवार 16 अगस्त को भगवान राम और उनके रघुवंश का जिक्र करते हुए कहा की 1947 में भारतीयों का जम्मू कश्मीर के मूल निवासियों से किया गया वादा सुप्रीम कोर्ट में प्रशिक्षण से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि इस देश को बहुसंख्यकवाद पर नहीं चलाया जा सकता यह देश संविधान के अनुसार चलेगा।
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि हम जानते हैं कि देश के संस्थानों का क्या हुआ है सौभाग्य से हमें अभी इस देश में उच्चतम न्यायालय पर भरोसा है मैं उनसे अपील करना चाहती हूं, कि देश ‘रघुकुल रीत सदा चली आई प्राण जाए पर वचन ना जाए’ के सिद्धांत पर विश्वास करता है। मैं उन लोगों के बारे में बात नहीं कर रही हूं जो जय श्री राम के नाम पर हत्या करते हैं।
जय श्री राम के नाम पर पीट कर मारने का काम करते हैं। मैं उन बहुसंख्यक समुदाय के लोगों के बारे में बात कर रही हूं जो रामचंद्र जी उनके वचन रघुकुल रीत सदा चली आई प्राण जाए पर वचन ना जाए मैं विश्वास करते हैं। इसलिए मुझे लगता है कि वचन आज उच्चतम न्यायालय में प्रशिक्षण का सामना कर रहा है।
महबूबा मुफ्ती ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार कहती है कि उसने कश्मीर में आतंकवाद खत्म कर दिया है उन्होंने आरोप लगाया कि आतंकवाद खत्म करने के नाम पर केंद्र ने जम्मू को बर्बाद कर दिया है। जब 1947 में पाकिस्तान ने जम्मू पर हमला हम किया था तब वहां के निहत्थे मूल निवासियों ने भारतीय सेवा की मदद से हमलावरों से मुकाबला किया था। मेहबूबा मुफ़्ती सुप्रीम कोर्ट पर परिसर तब पहुंची जब प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीश की पीठ पीडीपी और वरिष्ठ वकील राजीव धवन की दलीलें सुन रही थी।
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